असम के दरांग जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक अवसर पर 18,530 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। मंगलदाई में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे से जुड़ी कई योजनाओं की नींव रखी। इनमें दरांग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, जीएनएम स्कूल, बीएससी नर्सिंग कॉलेज और ब्रह्मपुत्र नदी पर बनने वाले कुरुवा-नरेंगी पुल जैसी परियोजनाएं शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि असम और पूर्वोत्तर भारत को देश का ग्रोथ इंजन बनाने के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं को नई ताकत
दरांग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की स्थापना से क्षेत्र में 430 बेड का आधुनिक अस्पताल उपलब्ध होगा। इसके साथ जीएनएम स्कूल और बीएससी नर्सिंग कॉलेज का शिलान्यास भी किया गया। 567 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली ये परियोजनाएं स्थानीय युवाओं को रोजगार देंगी और नर्सिंग शिक्षा को बढ़ावा देंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन संस्थानों से ग्रामीण इलाकों के मरीजों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी और नर्सिंग क्षेत्र में युवाओं और महिलाओं के लिए नए अवसर खुलेंगे।
ग्रामीण स्वास्थ्य में सुधार की पहल
अब तक ग्रामीण इलाकों के लोगों को इलाज के लिए बड़े शहरों पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन इन नई परियोजनाओं से स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह प्रयास पूर्वोत्तर भारत की स्वास्थ्य संरचना को और मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है।
ब्रह्मपुत्र पर नया पुल: क्षेत्रीय संपर्क को मजबूती
करीब 1,200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला कुरुवा-नरेंगी पुल असम के दरांग को गुवाहाटी से सीधे जोड़ेगा। इस पुल के निर्माण से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि कृषि उपज को बाजार तक पहुंचाना आसान होगा। इससे व्यापार को नई गति मिलेगी और पर्यटन क्षेत्र भी विकसित होगा। प्रधानमंत्री ने इसे असम की सामाजिक-आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण बताया।
गुवाहाटी रिंग रोड से ट्रैफिक समस्या का समाधान
प्रधानमंत्री ने गुवाहाटी रिंग रोड परियोजना का भी शिलान्यास किया, जो 4,500 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। इस प्रोजेक्ट से गुवाहाटी में ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और आसपास के जिलों के बीच आवागमन बेहतर होगा।
प्रधानमंत्री का संदेश: विकास और सुरक्षा
सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब देश आतंकवाद से जूझ रहा था और कांग्रेस मूकदर्शक बनी रही। उन्होंने आरोप लगाया कि आज भी कांग्रेस आतंकियों के हितों की बात करती है। वहीं मोदी ने बताया कि भारतीय सेना “ऑपरेशन सिंदूर” जैसी कार्रवाइयों से आतंकवादियों को कड़ा जवाब दे रही है और यह देश की सुरक्षा नीति की सफलता का प्रमाण है।
जन्माष्टमी और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद यह उनका पहला असम दौरा है। उन्होंने इसे मां कामाख्या का आशीर्वाद बताया और जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दीं। मोदी ने कहा कि भविष्य की सुरक्षा रणनीति में उन्होंने सुदर्शन चक्र जैसी रक्षा अवधारणा की कल्पना रखी है।
युवाओं और विकसित भारत का सपना
प्रधानमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत का संकल्प युवा शक्ति की बदौलत ही पूरा होगा। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का आने वाला समय पूर्वोत्तर का है और असम इस सफर में मुख्य भूमिका निभाएगा।
जनता ही मेरा रिमोट कंट्रोल
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री भावुक होते हुए बोले कि उनके लिए जनता ही भगवान है और वही उनका रिमोट कंट्रोल है। उन्होंने कहा कि उनके निर्णयों का आधार केवल देश की जनता है, न कि कोई और।
भूपेन हजारिका को श्रद्धांजलि
कार्यक्रम से पहले पीएम मोदी ने भारत रत्न भूपेन हजारिका की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि असम के महान संतानों के सपनों को साकार करने के लिए केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार पूरी ईमानदारी से कार्य कर रही है।
बायो-एथनॉल और पॉलीप्रोपाइलीन प्लांट का शिलान्यास
गोलाघाट जिले में पीएम मोदी ने नुमालीगढ़ रिफाइनरी में देश का पहला बांस आधारित बायो-एथनॉल प्लांट उद्घाटित किया, जिसकी लागत 5,000 करोड़ रुपये है। साथ ही पॉलीप्रोपाइलीन प्लांट का शिलान्यास किया गया, जिससे असम के पेट्रोकेमिकल सेक्टर को मजबूती और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
पूर्वोत्तर के विकास में असम की भूमिका
इन परियोजनाओं से असम पूर्वोत्तर का विकास केंद्र बनेगा। पुल और रिंग रोड से कनेक्टिविटी बेहतर होगी, मेडिकल कॉलेज से स्वास्थ्य संसाधन मजबूत होंगे और औद्योगिक परियोजनाओं से रोजगार बढ़ेगा। प्रधानमंत्री की यह यात्रा पूर्वोत्तर के सर्वांगीण विकास का प्रतीक है।
विकसित असम की ओर कदम
पीएम मोदी की असम यात्रा ने यह स्पष्ट किया कि आने वाला समय राज्य के लिए विकास और समृद्धि का होगा। नई स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे की परियोजनाएं असम को ग्रोथ इंजन बनाने की दिशा में बड़ी छलांग हैं। प्रधानमंत्री ने युवाओं और नागरिकों से अपील की कि वे विकसित भारत के संकल्प में अपना योगदान दें।

