बिहार के पूर्णिया में सोमवार को एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज हुआ, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 36,000 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। विधानसभा चुनाव से पहले आयोजित यह भव्य कार्यक्रम न केवल सीमांचल क्षेत्र के लिए नई उम्मीदें लेकर आया, बल्कि राज्य के विकास की दिशा में सरकार की गंभीरता को भी रेखांकित करता है।
बहुप्रतीक्षित परियोजनाओं का उद्घाटन
पीएम मोदी ने रेल, बिजली, आवास, जलापूर्ति और हवाई संपर्क से जुड़ी योजनाओं को जनता को समर्पित किया। सबसे प्रमुख घोषणा रही पूर्णिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन। लंबे समय से लंबित इस परियोजना से न केवल पर्यटन और व्यापार को बल मिलेगा, बल्कि प्रवासी बिहारियों और स्थानीय यात्रियों के लिए भी यात्रा सुगम होगी।
राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का गठन
कार्यक्रम का सबसे बड़ा आकर्षण रहा राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का शुभारंभ। मखाने को “सुपरफूड” बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार देश के 90% मखाना उत्पादन का केंद्र है, लेकिन पिछली सरकारों ने इसकी अनदेखी की। नया बोर्ड उत्पादन से लेकर प्रोसेसिंग, मार्केटिंग और निर्यात तक पूरे तंत्र को मजबूत करेगा, जिससे किसानों की आय में बड़ी बढ़ोतरी की संभावना है।
बिजली और सिंचाई से जुड़ी बड़ी घोषणाएं
भागलपुर के पीरपैंती क्षेत्र में 2400 मेगावाट के थर्मल पावर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया, जो राज्य को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम कदम साबित होगा। साथ ही, कोसी-मेची नदी जोड़ परियोजना का आधारशिला रखी गई, जिससे बाढ़ नियंत्रण और सिंचाई की समस्याओं का समाधान होगा। इसके अलावा, रेलवे लाइनों के विस्तार और नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत से सीमांचल के परिवहन तंत्र को नई गति मिलेगी।
आवास योजना से हजारों को लाभ
प्रधानमंत्री ने पीएम आवास योजना के तहत 40,000 से अधिक लाभार्थियों को पक्के मकान सौंपे। इन योजनाओं से न केवल बुनियादी ढांचा मजबूत होगा, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
विपक्ष पर तीखा हमला
सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, “बिहार जब-जब प्रगति करता है, विपक्ष उसका अपमान करने में जुट जाता है। कांग्रेस और आरजेडी की राजनीति ने राज्य की साख को नुकसान पहुंचाया है।” उन्होंने यह भी कहा कि NDA सरकार बिहार को विकास की मुख्यधारा में ला रही है।
किसानों और मखाना उत्पादन पर जोर
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने मखाना किसानों का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने इस क्षेत्र और किसानों की अनदेखी की, जबकि NDA सरकार ने इसे एक वैश्विक पहचान देने का संकल्प लिया है। उनका दावा था कि कई नेता मखाने का नाम तक नहीं जानते थे, लेकिन आज इसकी खेती किसानों के लिए आय का बड़ा साधन बन रही है।
नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्णिया हवाई अड्डे का नया टर्मिनल क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने “डबल इंजन सरकार” की ताकत का उल्लेख करते हुए कहा कि विकास की यह यात्रा अब रुकने वाली नहीं है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी प्रधानमंत्री के प्रयासों की सराहना की और कहा कि बिहार में पिछले कुछ वर्षों में करीब 2 लाख करोड़ रुपये की योजनाओं को मूर्त रूप दिया गया है।
सीमांचल के लिए नया युग
इन परियोजनाओं से सीमांचल क्षेत्र की तस्वीर बदलने की उम्मीद है। एयरपोर्ट की शुरुआत से प्रवासी मजदूरों और व्यापारियों को राहत मिलेगी, मखाना बोर्ड किसानों की आय दोगुनी करने में मदद करेगा, थर्मल पावर प्रोजेक्ट से बिजली की समस्या दूर होगी और नदी लिंक परियोजना सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण में मील का पत्थर बनेगी।
चुनावी सन्दर्भ में महत्व
कार्यक्रम विधानसभा चुनावों से कुछ ही समय पहले आयोजित हुआ है, और इसे भाजपा-एनडीए के लिए विकास के एजेंडे को जनता तक पहुंचाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। पीएम मोदी ने जहां विकास योजनाओं का ब्योरा दिया, वहीं विपक्ष पर हमले से जनता को एकजुट करने का प्रयास भी किया।
बिहार की नई उड़ान
पूर्णिया से शुरू हुई यह विकास यात्रा न केवल सीमांचल बल्कि पूरे बिहार के लिए नई उड़ान का प्रतीक है। पीएम मोदी की घोषणाएं बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने के साथ ही किसानों, युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित हैं। NDA सरकार का दावा है कि बिहार अब पिछड़ेपन से बाहर निकलकर नए कीर्तिमान गढ़ने के लिए तैयार है।