भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सिर्फ देश के नेता ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं। उनका जीवन संघर्षों और मेहनत की मिसाल है। गुजरात के मेहसाणा जिले के छोटे से कस्बे वडनगर से शुरू हुई उनकी यात्रा आज उन्हें विश्व राजनीति की ऊँचाइयों तक ले गई है। मोदी जी की 75वीं वर्षगांठ पर हम उनके जीवन, राजनीतिक सफर और भारत के विकास में उनके योगदान को याद करते हैं।
बचपन और शुरुआती संघर्ष
नरेंद्र दामोदरदास मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को वडनगर में हुआ। उनका परिवार साधारण था और पिता रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे। बचपन से ही मोदी जी ने कठिन परिस्थितियों का सामना किया। वे पढ़ाई के साथ-साथ पिता के काम में मदद भी करते थे। कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने शिक्षा जारी रखी और युवावस्था में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ गए।
राजनीतिक सफर की शुरुआत
मोदी जी का राजनीतिक जीवन RSS से ही शुरू हुआ। संगठन में अनुशासन, सेवा और राष्ट्रप्रेम का भाव सीखते हुए उन्होंने जनता के बीच काम किया। 1987 में वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़े और संगठन में कई जिम्मेदारियां संभालीं।
2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी असली राजनीतिक पहचान बनी। उस समय गुजरात भूकंप से तबाह था। मोदी ने राज्य को संभाला और विकास का नया मॉडल प्रस्तुत किया, जिसे बाद में “गुजरात मॉडल” कहा गया। लगातार चार बार मुख्यमंत्री रहने के बाद 2014 में वे देश के प्रधानमंत्री बने।
प्रधानमंत्री के रूप में उपलब्धियां
1. आत्मनिर्भर भारत
मोदी सरकार ने ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ शुरू किया, जिससे देश में स्वदेशी उत्पादन और स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिला। रक्षा उत्पादन, मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग और तकनीक के क्षेत्र में भारत ने बड़ी प्रगति की।
2. गरीब और आम आदमी के लिए योजनाएं
प्रधानमंत्री आवास योजना से लाखों परिवारों को पक्के घर मिले।
उज्ज्वला योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया।
आयुष्मान भारत योजना से 50 करोड़ लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिली।
जल जीवन मिशन से हर घर नल का जल पहुंचाने का अभियान चला।
स्वच्छ भारत मिशन के जरिए गांव-गांव में शौचालय बने।
3. महिला सशक्तिकरण
‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ और महिला स्वयं सहायता समूहों को मजबूत कर मोदी सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया।
4. युवा और रोजगार
‘स्टार्टअप इंडिया’, ‘स्टैंड अप इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी योजनाओं ने युवाओं को रोजगार और नवाचार का अवसर दिया।
राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति
मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।
सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक ने दिखाया कि भारत अब आतंकवाद पर चुप नहीं बैठेगा।
रक्षा क्षेत्र में भारत ने आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाए और अब देश 100 से ज्यादा देशों को हथियार निर्यात कर रहा है।
अमेरिका, रूस, फ्रांस जैसे देशों से मजबूत संबंध बने। प्रधानमंत्री मोदी जहां भी गए, वहां उन्हें सर्वोच्च सम्मान मिला। 27 से अधिक देशों ने उन्हें अपने राष्ट्र का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान किया।
आर्थिक सुधार और विकास
पिछले 11 वर्षों में भारत की GDP तेजी से बढ़ी। आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में तीसरे स्थान पर पहुंचने की राह पर है।
आधारभूत ढांचे (सड़क, रेल, मेट्रो, हवाई अड्डे) में ऐतिहासिक निवेश हुआ।
डिजिटल पेमेंट और UPI ने भारत को कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ाया।
किसानों के लिए किसान सम्मान निधि से हर साल 6,000 रुपये की सीधी सहायता मिल रही है।
ई-नाम पोर्टल से कृषि मंडियों को ऑनलाइन जोड़ा गया।
राजनीति में रिकॉर्ड
नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, यह उपलब्धि पाने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता हैं।
उन्होंने 12 बार लालकिले से तिरंगा फहराया।
उनके नेतृत्व में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले।
भारत का रक्षा निर्यात पिछले 10 साल में 20 गुना बढ़ गया।
पीएम मोदी का दर्शन
मोदी जी हमेशा “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” का मंत्र देते हैं। उनका मानना है कि विकास तभी संभव है जब हर वर्ग, हर समाज और हर नागरिक इसमें शामिल हो। उनकी सोच है कि वर्ष 2047 तक भारत “विकसित राष्ट्र” बन जाए।
नरेंद्र मोदी का जीवन साधारण परिवार से शुरू होकर विश्व राजनीति के शीर्ष तक पहुंचने की प्रेरक कहानी है। वे संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास के प्रतीक हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।
आज मोदी जी केवल भारत के प्रधानमंत्री ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक हैं। उनके 75वें जन्मदिवस पर देश और दुनिया उन्हें एक कर्मयोगी, राष्ट्रनायक और दूरदर्शी नेतृत्व के रूप में नमन कर रही है।