अयोध्या, भगवान श्रीराम की नगरी, आज भी हर उस व्यक्ति के लिए आस्था का केंद्र है जो धर्म और संस्कृति से जुड़ा हुआ है। यहाँ आने वाला हर श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने के साथ-साथ हनुमानगढ़ी, कनक भवन, सरयू घाट और अन्य धार्मिक स्थलों पर जाना चाहता है। लेकिन लंबे समय से यहाँ आने वाले यात्रियों को एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता था – परिवहन की। निजी वाहन चालकों की मनमानी कीमतें, ऑटो और टैक्सी वालों की ऊँची मांग, और जगह-जगह ट्रैफिक की दिक्कतें लोगों की आस्था यात्रा को मुश्किल बना देती थीं।
लेकिन अब इस परेशानी का हल अयोध्या नगर निगम ने खोज निकाला है। श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए “आस्था रथ सेवा” (Aastha Rath) की शुरुआत की गई है। इस रथ की सबसे बड़ी खासियत यह है कि श्रद्धालुओं को मात्र 20 रुपए में पूरे शहर के प्रमुख धार्मिक स्थलों का दर्शन कराया जाएगा।
क्यों है आस्था रथ खास?
कम किराया, ज्यादा सुविधा
अभी तक श्रद्धालुओं को निजी वाहनों से एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए सैकड़ों रुपए खर्च करने पड़ते थे। कई बार तो टैक्सी और ऑटो वाले 500 से लेकर 1000 रुपए तक मांग लेते थे। लेकिन अब सिर्फ 20 रुपए का टिकट लेकर श्रद्धालु पूरे अयोध्या में घूम सकते हैं।
सभी प्रमुख स्थानों का दर्शन
आस्था रथ(Aastha Rath) का रूट इस तरह तय किया गया है कि इसमें राममंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, दशरथ महल, सरयू घाट और अन्य ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल शामिल हैं। यानी एक ही सफर में श्रद्धालु पूरे अयोध्या के दर्शन कर पाएंगे।
टिकटिंग में पारदर्शिता
श्रद्धालुओं को अब निजी वाहन चालकों से बहस करने की जरूरत नहीं है। नगर निगम द्वारा तय किया गया किराया सभी के लिए समान है।
सुरक्षित और आरामदायक यात्रा
नगर निगम के मुताबिक आस्था रथ में सुरक्षा और सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा। हर रथ में यात्रियों के बैठने के लिए पर्याप्त जगह होगी और इसे भक्तों की सुविधा के हिसाब से तैयार किया गया है।
श्रद्धालुओं के लिए बड़ा तोहफ़ा
अयोध्या में राममंदिर का भव्य उद्घाटन होने के बाद से यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी बड़ी संख्या में भक्त यहाँ दर्शन करने आते हैं। हर दिन हजारों लोग रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन करने पहुँचते हैं।
ऐसे में परिवहन की यह नई सुविधा एक बड़ा तोहफ़ा है। अब लोग बिना किसी झंझट के केवल 20 रुपए में दर्शन कर सकते हैं। खास बात यह है कि पहले जहाँ निजी वाहन चालक 500 से 1000 रुपए तक वसूलते थे, वहीं अब श्रद्धालुओं को यह खर्च नहीं करना पड़ेगा।
स्थानीय लोगों के लिए भी लाभकारी
यह सेवा सिर्फ बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ही नहीं बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी मददगार है। अयोध्या में रहने वाले नागरिक भी अब बेहद कम खर्च में पूरे शहर के धार्मिक स्थलों तक आसानी से पहुँच सकते हैं। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी बल्कि जेब पर भी बोझ कम पड़ेगा।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
अयोध्या को अब “आस्था और संस्कृति की राजधानी” कहा जा रहा है। राममंदिर बनने के बाद यहाँ पर्यटन की संभावनाएँ और बढ़ गई हैं। सरकार और नगर निगम लगातार ऐसी योजनाएँ ला रहे हैं जिससे यहाँ आने वाले लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो।
आस्था रथ(Aastha Rath) सेवा शुरू होने से बाहर से आने वाले पर्यटक आसानी से पूरे शहर का भ्रमण कर सकेंगे। इससे धार्मिक पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा और अयोध्या की छवि एक “सुव्यवस्थित पर्यटन स्थल” के रूप में बनेगी।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रियाएँ
जो लोग इस सेवा का लाभ ले रहे हैं, उनका कहना है कि यह सच में एक बड़ी राहत है। पहले उन्हें हर जगह जाने के लिए अलग-अलग गाड़ी करनी पड़ती थी। अब एक ही टिकट में पूरा अयोध्या घूमना संभव हो गया है।
इस दौरान श्रद्धालुओं ने कहा कि हम सभी अयोध्या पहली बार दर्शन के लिए आए है, जहां निजी गाड़ी चालकों ने थोड़ी दूरी के लिए ज्यादा पैसे की मांग कर रहे थे। आस्था रथ के बारे में पता चलने के बाद सिर्फ 20 रुपए में कई मंदिरों में जाने का मौका मिला।
नगर निगम का दृष्टिकोण
अयोध्या नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि यह सेवा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शुरू की गई है। उनका मानना है कि जब लोग कम खर्च में आसानी से दर्शन कर पाएँगे तो उनके मन में अयोध्या के प्रति सकारात्मक भाव पैदा होगा।
इसके साथ ही निगम यह भी योजना बना रहा है कि भविष्य में इन रथों की संख्या और बढ़ाई जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें।
भविष्य की संभावनाएँ
आस्था रथ की सफलता को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में इसे और आधुनिक बनाया जाएगा।
हर रथ में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा ताकि इसकी ट्रैकिंग हो सके।
टिकट बुकिंग को ऑनलाइन किया जा सकेगा जिससे श्रद्धालु पहले से ही अपनी सीट आरक्षित करा सकें।
अयोध्या में शुरू हुई “आस्था रथ सेवा” न सिर्फ एक परिवहन सुविधा है, बल्कि यह श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान भी है। राममंदिर और हनुमानगढ़ी जैसे पवित्र स्थलों तक अब पहुँच आसान हो गई है। 20 रुपए का यह किराया हर वर्ग के लिए किफायती है और इससे श्रद्धालुओं को निजी वाहन चालकों की ऊँची मांग से छुटकारा मिलेगा।
यह कदम अयोध्या को धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर और अधिक चमकाने वाला है। आस्था रथ सेवा यह साबित करती है कि जब प्रशासन और जनता मिलकर काम करें तो आस्था और सुविधा दोनों का संगम संभव है।
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