मानव शरीर एक अद्भुत मशीन की तरह है। इस मशीन के हर हिस्से का अपना अलग महत्व है। जिस तरह गाड़ी के इंजन के बिना गाड़ी नहीं चल सकती, उसी तरह शरीर के कुछ जरूरी अंगों के बिना जीवन संभव नहीं है। इन्हीं जरूरी अंगों में से एक है किडनी (गुर्दे)।
किडनी हमारे शरीर का ऐसा अंग है जो खून को साफ करने, शरीर से अतिरिक्त पानी और अपशिष्ट (Waste) निकालने और शरीर को संतुलित रखने का काम करती है। लेकिन आजकल बदलती जीवनशैली और खान-पान के कारण किडनी फेल होने की समस्या तेजी से बढ़ रही है।
आइए समझते हैं कि किडनी क्या है, कैसे काम करती है और किडनी फेल क्यों होती है।
किडनी क्या है?
किडनी (Kidney) या गुर्दे दो बीन्स (राजमा) के आकार जैसे अंग होते हैं। ये हमारे पेट के पीछे, रीढ़ की हड्डी के दोनों ओर स्थित होते हैं।
• हर इंसान के पास सामान्यतः दो किडनी होती हैं।
• एक किडनी की लंबाई लगभग 10-12 सेंटीमीटर और वजन लगभग 150 ग्राम होता है।
• हर किडनी में लगभग 10 लाख से ज्यादा नेफ्रॉन्स (Nephrons) होते हैं। ये छोटे-छोटे फिल्टर होते हैं, जिनकी मदद से खून साफ होता है।
इसलिए कहा जाता है कि किडनी शरीर की “नेचुरल फिल्टर मशीन” है।
किडनी का कार्य
किडनी कई तरह के महत्वपूर्ण काम करती है। इसे हम आसान भाषा में समझते हैं:
1. खून को साफ करना
o किडनी खून से अपशिष्ट पदार्थ (waste materials) और अतिरिक्त पानी को छानकर बाहर निकाल देती है।
o यही अपशिष्ट मूत्र (Urine) के रूप में शरीर से बाहर निकलता है।
2. शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखना
o अगर शरीर में पानी ज्यादा हो तो किडनी अतिरिक्त पानी को बाहर निकाल देती है।
o अगर पानी की कमी हो तो किडनी पानी को बचाकर रखती है।
3. खनिज और लवण का संतुलन
o किडनी खून में सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम जैसे खनिजों की मात्रा को संतुलित करती है।
o यह संतुलन शरीर के सही ढंग से काम करने के लिए जरूरी है।
4. रक्तचाप (Blood Pressure) नियंत्रित करना
o किडनी एक खास हार्मोन (Renin) बनाती है जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
5. लाल रक्त कोशिकाएँ (RBCs) बनाना
o किडनी एरिथ्रोपोइटिन (Erythropoietin) नाम का हार्मोन बनाती है। यह हड्डियों को RBC बनाने का संकेत देता है।
6. हड्डियों को मजबूत बनाना
o किडनी विटामिन D को सक्रिय बनाती है, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।
किडनी फेल क्या है?
जब किडनी धीरे-धीरे या अचानक अपना काम करना बंद कर देती है और खून को साफ नहीं कर पाती, तो इसे किडनी फेल होना कहते हैं।
किडनी फेल दो प्रकार का होता है:
1. Acute Kidney Failure (अचानक किडनी फेल होना)
o इसमें किडनी अचानक काम करना बंद कर देती है।
o यह स्थिति दुर्घटना, गंभीर संक्रमण या किसी दवा के कारण हो सकती है।
2. Chronic Kidney Failure (धीरे-धीरे किडनी फेल होना)
o इसमें किडनी लंबे समय तक धीरे-धीरे कमजोर होती जाती है।
o यह महीनों या सालों में विकसित होती है और अंत में किडनी पूरी तरह से काम करना बंद कर सकती है।
किडनी फेल होने के कारण
किडनी फेल कई वजहों से हो सकती है, जिनमें से मुख्य हैं:
1. शुगर (Diabetes)
o यह किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण है।
o लंबे समय तक ब्लड शुगर बढ़ा रहने से किडनी की नलियाँ (nephrons) खराब हो जाती हैं।
2. उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
o लगातार ज्यादा ब्लड प्रेशर किडनी की छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचाता है।
3. बार-बार संक्रमण (UTI या Kidney Infection)
o मूत्र संक्रमण बार-बार होने से किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है।
4. अत्यधिक दवाइयाँ और पेनकिलर्स
o लंबे समय तक दर्दनिवारक या कुछ खास दवाइयाँ लेने से किडनी पर असर पड़ता है।
5. मोटापा और खराब खान-पान
o अधिक तैलीय भोजन, ज्यादा नमक और प्रोसेस्ड फूड किडनी के लिए हानिकारक होते हैं।
6. अनुवांशिक कारण (Genetic)
o कुछ लोगों में जन्म से ही किडनी कमजोर हो सकती है।
किडनी फेल होने के लक्षण
शुरुआती समय में किडनी खराब होने के लक्षण साफ दिखाई नहीं देते। लेकिन समय के साथ ये संकेत दिख सकते हैं:
• पेशाब की मात्रा में कमी या बार-बार पेशाब आना
• पैरों, टखनों या आँखों में सूजन
• लगातार थकान या कमजोरी
• भूख कम लगना और वजन घटना
• उल्टी या मिचली आना
• खून में यूरिया और क्रिएटिनिन बढ़ जाना
• सांस लेने में कठिनाई
• त्वचा पर खुजली और रंग बदलना
अगर ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
किडनी फेल होने से बचाव
किडनी फेल से बचने के लिए कुछ सरल आदतें अपनाई जा सकती हैं:
1. नियमित जांच कराएँ
o अगर आपको शुगर या हाई BP है तो समय-समय पर किडनी की जांच कराएँ।
2. पर्याप्त पानी पिएँ
o दिनभर में 2-3 लीटर पानी पीने से किडनी को साफ करने में मदद मिलती है।
3. स्वस्थ आहार लें
o नमक, तेल और तैलीय भोजन कम खाएँ।
o हरी सब्जियाँ, फल और फाइबर युक्त भोजन ज्यादा लें।
4. शराब और धूम्रपान से बचें
o ये दोनों किडनी पर सीधा बुरा असर डालते हैं।
5. वजन नियंत्रित रखें
o मोटापा डायबिटीज और हाई BP बढ़ाता है, जिससे किडनी को नुकसान होता है।
6. दवाइयों का ज्यादा सेवन न करें
o बिना डॉक्टर की सलाह के पेनकिलर या एंटीबायोटिक्स का लंबे समय तक इस्तेमाल न करें।
7. व्यायाम करें
o रोजाना 30 मिनट की वॉक, योग या हल्की कसरत से शरीर स्वस्थ रहता है।
किडनी फेल होने पर इलाज
अगर किडनी बहुत ज्यादा खराब हो जाए तो डॉक्टर निम्नलिखित इलाज सुझा सकते हैं:
1. डायलिसिस (Dialysis)
o इसमें मशीन की मदद से खून को साफ किया जाता है।
o यह तब किया जाता है जब किडनी अपना काम नहीं कर पाती।
2. किडनी ट्रांसप्लांट
o गंभीर स्थिति में नई किडनी प्रत्यारोपित करनी पड़ती है।
o यह किसी जीवित या मृत दाता से ली जाती है।
किडनी हमारे शरीर के लिए एक जरूरी अंग है। यह खून को साफ करने, शरीर से अपशिष्ट निकालने, पानी और खनिज संतुलन बनाए रखने और रक्तचाप को नियंत्रित करने जैसे अनगिनत काम करती है।
लेकिन खराब जीवनशैली, गलत खान-पान, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएँ किडनी को धीरे-धीरे कमजोर कर देती हैं।
इसलिए हमें अपनी जीवनशैली सुधारनी चाहिए, समय-समय पर जांच करानी चाहिए और किडनी को स्वस्थ रखने के लिए जागरूक रहना चाहिए।
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी तरह से चिकित्सकीय परामर्श (Medical Advice) का विकल्प नहीं है। यदि आपको किडनी से संबंधित कोई भी लक्षण दिखाई दे, जैसे बार-बार पेशाब आना, सूजन, थकान या भूख कम लगना, तो तुरंत किसी योग्य डॉक्टर या विशेषज्ञ से संपर्क करें।